A Secret Weapon For shiv chalisa lyrics aarti

कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

मोहिः संभ्रान्तः स्थित्वा शान्तिं न प्राप्नोत्।

Lord Shiva is also referred to as Mahakaal, he could be the god of war, the destroyer, Bholenath for his kindness and generosity to all of the creatures In this particular universe.

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे । छवि को देख नाग मुनि मोहे ॥

निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे ।

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥

नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

अर्थ: हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंनें मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं मिल पाती। हे स्वामी, इस विनाशकारी स्थिति से मुझे उभार लो यही उचित अवसर। अर्थात जब मैं इस समय आपकी शरण में हूं, मुझे अपनी भक्ति में लीन कर मुझे मोहमाया से मुक्ति दिलाओ, सांसारिक कष्टों से उभारों। अपने त्रिशुल से इन तमाम दुष्टों का नाश कर दो। हे भोलेनाथ, आकर मुझे इन कष्टों से मुक्ति दिलाओ।

अस्तुति चालीसा शिविही, सम्पूर्ण कीन कल्याण ॥

प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥

जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति click here दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥

आपन तेज सम्हारो आपै। तीनों लोक हांक तें कांपै।।

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